माँ बगलामुखी पूजन – जमना गुरु | माँ बगलामुखी मंदिर, नलखेड़ा

शत्रु स्तम्भन पूजा

हमारे जीवन मे कई अनगिनत परेशानी होती है। जो कि शत्रु की तरह कार्य करती है ओर हमे असफल कर देती है।

ऐसी बाधाओ को रोकना ही स्तम्भन होता है। जिनसे हमें कार्य मे सफलता मिलने लग जाये।

राजनीतिक पूजन

सबसे ज्यादा शत्रु होते है राजनीतिक क्षेत्र में, हर व्यक्ति चाहता है कि वह राजनीतिक में उच्च पद की प्राप्ति कर पैसा कमाए व राष्ट्र हित के लिए कार्य करें
इसमे माँ बगलामुखी विजय प्राप्ति तंत्र पूजा कर, अपने जीवन मे राजनीतिक योग बनाकर उच्च पद की प्राप्ति कर सकता है

कोर्ट केस विजय प्राप्ति

जीवन मे कभी कभी आप ऐसे भंवर में फस जाते है। जहां से आपका निकलना मुश्किल होता हैं, जबकि आप निर्दोष होते है, कुछ शत्रु आपको परेशान करने के लिए हमेशा तत्पर बैठे रहते है।
ऐसे में माँ बगलामुखी शत्रु परास्त व कोर्ट केस विजय प्राप्त पूजा उचित होती है।

मनिच्छित विवाह

हर व्यक्ति जीवन मे सुखों की चाह में अपने मनिच्छित जीवन साथी को साथ पाने व उनसे विवाह कर सभी सुखों को भोगना चाहता है, परन्तु जाती धर्म के अनुसार उसे कई परेशानी का सामना करना पड़ता है, ऐसे में मनिच्छित वशीकरण पूजा कर वो अपने साथी से विवाह कर सकता है, व अपने परिवार को भी खुश रख सकता है,

विवाह बाधा निवारण

मनुष्य अच्छे अच्छे की चाह में विवाह उम्र के पड़ाव को पार कर जाता है। फिर उसके विवाह होने में बहुत समस्या आती है। जिनसे मानसिक पीड़ाएँ उतपन्न होने लग जाती है। ओर जन्मपत्री में दोष होने की वजह से ग्रह भी उसको अशुभ फल देने लग जाते है। ऐसे में विवाह बाधा निवारण पूजा को सर्वश्रेष्ठ माना गया है।

रोगनाश

जीवन मे पैसा कमाने हेतु सबसे जरूरी स्वास्थ है, यदि आपकी काया ही स्वस्थ नही है तो आप एक जिंदा लाश के बराबर है, यदि आप हमेशा रोगों से ग्रसित रहते है ओर डॉ के पास जाकर भी ठीक नही हो पाते तब माँ बगलामुखी की शरण मे आकर दीर्घायु व सदैव स्वस्थ होने का आशिर्वाद प्राप्ति करें।

संतान प्राप्ति

कहते है ना, खाना बहुत है पर खाने वाला कोई नही। कोई उत्तरदायित्व संतान नही है तो सब कुछ व्यर्थ गए। हर व्यक्ति की चाह होती है कि उसे संतान हो। जो उनके वृद्धजीवन में उनका सहारा बने व अपने कुल को आगे बढ़ाए। ऐसे निःसंतान दंपति को माँ बगलामुखी संतान प्राप्ति अनुष्ठान शीघ्र फल दायी होता है।

ग्रह दोष

जब आपकी पत्रिका में ग्रहों के दोषों को पाया जाता है तब, आप चाहते कुछ और हे, ओर होता कुछ और हे
ऐसे स्थिति में अपनी जन्मपत्री के अनुसार ग्रहों को शांत स्थान व उचित जगह पट बिठाकर उन्हें प्रसन्न कर शुभ फल का आशीर्वाद मांगना चाहिए।

बगलामुखी अनुष्ठान

हल्दी या पीले कांच की माला से आठ माला ‘ऊँ ह्लीं बगलामुखी देव्यै नम:’ दूसरा मंत्र- ‘ऊँ ह्लीं बगलामुखी सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा।’ इस मंत्र का जाप कर सकते हैं। 
बगलामुखी देवी के मन्त्रों से दुखों का नाश होता है। जाप के नियम किसी जानकार से पूछें।

बगलामुखी विशेष हवन

हम विशेष अनुरोध पर बगलामुखी हवन पूजा करते हैं। विभिन्न प्रकार की समस्याओं के लिए बगलामुखी हवन के लिए अलग-अलग हवन सामग्री का उपयोग किया जाता है।उसके ध्यान या प्रार्थना में आस्था और विश्वास अनंत हैं, तभी उसकी शुभ दृष्टि आप पर होगी। इनकी पूजा करके आप जीवन में जो चाहें कर सकते हैं।

लक्ष्मी प्राप्ति

मनुष्य जीवन मे हर सुख भोगने के लिए सबसे जरूरी होता है पेसा। जीवन मे पैसा नही है तो आपका मनुष्य जीवन नरक के समान होता है। इसलिए माता लक्ष्मी की विशेष कृपा हेतु। माँ बगलामुखी की अधिष्ठात्री लक्ष्मी को हमेशा प्रसन्न रखे व लक्ष्मी प्राप्ति तंत्र साबर पूजा प्रयोग को अपनाएं।

आकर्षण प्रयोग

जीवन मे सबसे बड़ी शक्ति होती है आकर्षण शक्ति, जिससे व्यक्ति हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करके अपना मनिच्छित कार्य सम्भव कर सकता है, यह शक्ति आप तंत्र के प्रथम प्रयोग आकर्षण प्रयोग से पा सकते है

वशीकरण

वशीकरण का अर्थ होता है कि आप किसी के भी मन को व मस्तिष्क को अपनी इच्छाओं के अनुसार वश में कर उसका उपयोग कर सकते है

जिससे आप अपने हर असम्भव कार्य को पुरा कर सकते है,

सम्मोहन

किसी भी व्यक्ति व वस्तु को अपने हिसाब से चलाना की कला है, जिसके द्वारा मनुष्य उस अर्धचेतनावस्था में लाया जा सकता है
जो कि समाधि व स्वप्नावस्था से मिली जुली होती है
इस प्रयोग द्वारा भी मनुष्य अपनी हर मनोकामना पूरी कर सकता है

बगलामुखी उच्चाटन पूजा

उच्चाटन का अर्थ है किसी भी चीज़ से मन उचाट हो जाना या कर देना। इस विद्या का सबसे महत्वपूर्ण प्रयोग किसी के मन में किसी प्रकार के तनाव भरे ख्यालो या विचारो से मुक्त करना है
विचार किसी भी प्रकार का हो सकता, प्रेम, ईर्ष्या शत्रुता या नकारात्मकता संबंधित।

विद्वेषण

विद्वेषण तंत्र प्रयोग दो आकर्षित लोगो के बिच द्वेष पैदा करता है। तंत्र के जरिये दो लोगो के मस्तिष्क पर द्वेष का प्रभाव डालना ताकि उनके बिच फूट पड़ जाए, ऐसा अक्सर वे लोग करते है
जिन्हें दुसरो की ख़ुशी बर्दास्त नहीं होती है या फिर वो उन दोनों में से किसी एक को हासिल करना चाहते है।

शत्रु विनाश

चाणक्य के अनुसार शत्रु दो प्रकार के होते है। एक शत्रु वे जो दिखाई देते हैं और दूसरे वे जो दिखाई नहीं देते हैं।
दोनों ही प्रकार के शत्रुओं को लेकर व्यक्ति को सर्तक और सावधान रहना चाहिए। ऐसे शत्रुओं का माँ बगलामुखी के तंत्र से परास्त कर उनका विनाश कर देना ही उचित है।

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